मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं?

Mai Chahte Hue Bhi Padhai Ku Nhi Kar Pa Rha Hu: आज के समय में हमारे देश का हर युवा पढ़ लिखकर आगे चलकर एक बड़ा और होनहार आदमी बनना चाहता है। लेकिन इसके लिए आपको काफी ज्‍यादा पढ़ना पड़ता है। जो कि हर इंसान के बस की बात नहीं होती है। इसलिए काफी सारे युवा जानना चाहते हैं कि मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं।

इसलिए यदि आपका भी पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो आप हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको जानकारी देंगे कि आप चाहकर भी पढ़ाई क्‍यों नहीं कर पा रहे हैं, साथ ही कैसे आप आसानी से अपना पढ़ाई में मन लगा सकते हैं।

पढ़ाई में मन ना लगने के लिए प्रमुख कारण?

पढ़ाई में मन ना लगने के कुछ प्रमुख कारण होते हैं। जो कि हर युवा के साथ होते हैं। आइए एक बार हम आपको उन कारणों के बारे में जानकारी देंगे। जिससे आप अपनी समस्‍या के कारण तक पहुंच सकते हैं।

  • यदि आप अपने मनपंसद विषय के साथ पढ़ाई नहीं कर रहे हैं तो संभव है कि आपका मन पढ़ाई में ना लगे।
  • कभी भी बिना टाइम टेबल (Time Table) के पढ़ाई नहीं होती है। इसलिए आपके पास एक टाइम टेबल होना बेहद जरूरी है।
  • यदि आपके पास एक सही माहौल नहीं है तो आपका मन कभी पढ़ाई में नहीं लगेगा।
  • यदि आपके इस तरह के दोस्‍त नहीं हैं जो कि अच्‍छी पढ़ाई करते हों तो संभव है कि आपका भी मन ना लगे।
  • यदि आप पढ़ाई के साथ साथ काम भी करते हैं तो संभव है कि आपको थकावट के चलते पढ़ाई में मन ना लगे।

पढ़ाई में मन कैसे लगाएं?

मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं के कुछ कारण जानने के बाद आइए अब हम आपको उन चीजों के बारे में जानकारी देते हैं। जिससे आपका मन पढ़ाई में अच्‍छे से लग सकता है।

सही Time Table बनाएं

मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं में इसका एक सबसे बड़ा कारण ये है कि आपके पास किसी भी तरह का सही Time Table ना होना। इसलिए यदि आपके पास कोई टाइम टेबल नहीं है तो आपको चाहिए कि आप अपने पास एक टाइम टेबल बना लें। जिसके बाद आप कोशिश करें कि उसके अनुसार रोजाना पढ़ाई करें।

हरियाली के बीच में बैठकर पढ़ाई करें

यदि आप किसी बंद जगह पर बैठकर पढ़ाई करते हैं तो आपको चाहिए कि आप प्रकृति के बीच में बैठकर पढ़ाई करें। जैसे कि पेड़ों के बीच में या पार्क आदि में जाकर। यदि आप वहां पर जाएंगे तो खूबसूरत पेडों को देखते हुए कभी बोर नहीं होंगे। जिससे आपका मन भी पढा़ई में अच्‍छे से लगने लगेगा।

रोजाना का Target सेट करें

मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं में एक बड़ा कारण ये भी हो सकता है कि आप रोजाना का टारगेट बना लें। इसके बाद जिस तरह से आप रोज उठेंगे तो आपको पता होगा कि आज आपको क्‍या करना है। इसलिए हमेशा इस बात का ध्‍यान रखें कि आप रोज के नए टारगेट (Target) बनाएं, साथ ही आप उसे पूरा करने की भी पूरी कोशिश करें।

पढ़ने वाले दोस्‍त बनाएं

यदि आपकी दोस्‍ती कुछ खराब लोगों में है तो आपको चाहिए कि आप पढ़ने वाले छात्रों को अपना दोस्‍त बनाएं। इससे आप देखेंगे कि जब आपके पढ़ने वाले दोस्‍त होंगे तो आपका मन भी पढ़ाई में काफी अच्‍छे से लगेगा। इसकी एक खास बात ये है कि पढ़ने वाले दोस्‍त हमेशा पढ़ने की बात ही करेंगे। जिससे आपके दिमाग में भी हमेशा पढ़ाई की बात चलती रहेगी।

Library Join करें

यदि आपने अभी तक कोई Library ज्‍वाइन नहीं कर रखी है तो बेहतर होगा कि आप एक लाइब्रेरी ज्‍वाइन कर लें। वहां पर आप रोजाना चाहे 2 घंटे के लिए भी चले जाएंगे तो आपका काम आसान हो जाएगा। क्‍योंकि आप वहां पर जाकर देखेंगे कि कैसे बच्‍चे पढ़ रहे हैं। इससे आपके अंदर भी ऊर्जा आएगी और आप भी पढ़ने की तरफ मुड़ जाएंगे।

पसंद के Subject को पढ़ें

यदि आपके पास कई सारे विषय हैं तो हमेशा कोशिश करें कि आप हमेशा अपने पसंद का विषय ही लें। जिससे आपका मन पढ़ाई में लगा रहे। क्‍योंकि अक्‍सर देखा जाता है कि यदि आप अपनी पसंद का विषय पढ़ते हैं तो उसमें आपका मन काफी ज्‍यादा लगता है। बजाय कि किसी ऐसे विषय के जिसे आप कम पसंद करते हों।

Future की चिंता करें

यदि आप भविष्‍य के प्रति एकदम बेफिक्र हैं और सोच रहे हैं कि मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं तो इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि जबतक आपको अपने आने वाले कल की चिंता नहीं होगी तबतक आप सही मायने में किसी भी तरह से पढ़ाई नहीं कर सकते हैं। इसलिए हमेशा अपना एक आगे का प्‍लान बनाएं। और इसके बाद उस प्‍लान के ऊपर काम करें।

किसी से बहस ना करें

यदि आपके घर परिवार में कोई ऐसा इंसान है जिससे आप रोजाना बहस कर लेते हैं तो इससे भी आपका मन पढ़ाई में नहीं लग सकता है। क्‍योंकि आपके दिमाग में वही चीजें चलती रहेंगी। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि आप किसी भी इंसान से बहस या झगड़ा ना करें। जिससे आपके दिमाग में किसी दूसरे तरह का तनाव चलना शुरू हो जाए।

खुद पर भरोसा रखें

कई छात्रों के साथ हमेशा ये समस्‍या रहती है कि उसे कभी खुद के ऊपर भरोसा नहीं होता है। इसलिए उसे हमेशा चाहिए कि वो खुद के ऊपर भरोसा रखें। उसे खुद के ऊपर यकीन होना चाहिए कि उसने जो पढ़ा है वो काफी सही है।

यदि वो इस तरह से सोचता है तो आप इस बात का यकीन मानिए कि एक दिन वो अवश्‍य कामयाब होगा और उसने जो पढ़ा है। उसी के दम से वो आगे चलकर काफी अच्‍छे नंबर लेकर आ सकता है। क्‍योंकि कहा जाता है कि अगर आपने कुछ पढा है तो आज नहीं तो कल वो काम जरूर आएगा।

बोल-बोलकर पढ़ाई करें

यदि आपके साथ कुछ इस तरह की समस्‍या हो रही है कि आपका ध्‍यान पढ़ते पढ़ते विचलित हो जाता है तो आपको चाहिए कि आप हमेशा बोल-बोलकर पढ़ाई करें। हालांकि, आप धीरे धीरे ही बोलें जिससे दूसरों को समस्‍या ना हो।

लेकिन यदि आप बोलकर पढा़ई करेंगे तो आपका ध्‍यान किसी भी तरह से नहीं भटक सकता है। इसलिए हमेशा बोलकर पढ़ाई करें। ताकि आपका पूरा ध्‍यान पढ़ाई पर हो, साथ ही आपके दिमाग में दूसरे तरह के ख्‍याल ना आएं।

Motivational Video देखें

इसके बाद भी यदि आपको समझ नहीं आ रहा है कि मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं। तो आपको चाहिए कि आप यूट्यूब (You Tube) के ऊपर मोटिवेशनल वीडियो देखें। इससे आपको आभास हो जाएगा कि कैसे लोग केवल पढ़ाई करके आज इतने आगे तक जा चुके हैं। वहां से आपको काफी मोटिवेशन आ सकता है।

Social Media से दूर रहें

आज के समय में Social Media हर फोन में आपको देखने को मिलेगा। लेकिन यह एक छात्र के लिए सही नहीं है। इसलिए आपको हमेशा केवल तभी इसका प्रयोग करना चाहिए जब आपको सोशल मीडिया की जरूरत हो। इसलिए हमेशा इस बात का ध्‍यान रखें कि सोशल मीडिया पर समय खराब न करें।

साथ ही यदि आपको सोशल मीडिया की जरूरत ना हो उसे अपने फोन से हटा दें। क्‍योंकि सोशल मीडिया एक ऐसी बीमारी है जिसके ऊपर ज्‍यादातर इंसान ना चाहते हुए भी जाकर अपना कीमती समय खराब करते हैं।

FAQ

मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं

कोई भी इंसान तभी पढ़ाई कर पाता है जब उसके अंदर पढ़ाई की आग होती है। इसके बिना कोई भी इंसान पढ़ाई नहीं कर सकता है।

1 दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

किसी भी इंसान को एक दिन के अंदर रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे पढ़ना चाहिए। इससे ज्‍यादा केवल जरूरत होने पर पढ़ाई करें।

पढ़ाई में मन ना लगे तो क्‍या करें?

यदि आपका पढ़ाई में मन ना लगे तो आपको चाहिए कि आप कहीं पर घूम फिर आएं। जिससे आपका मन बदल जाए।

निष्‍कर्ष

आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि मैं चाहकर भी पढ़ाई क्यों नहीं कर पा रहा हूं। इसे जानने के बाद आप आसानी से समझ सकते हैं पढ़ाई में मन ना लगने का आपका क्‍या कारण है, साथ ही आप उन कारणों को कैसे दूर कर सकते हैं। इसलिए हम आशा करते हैं कि आप अब आगे से खूब पढ़ााई करेंगे, साथ ही एक दिन अपने परिवार का नाम रोशन करेंगे।

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