Distance Education Meaning In Hindi: आज के समय में डिस्टैंस एजुकेशन (Distance Education) का चलन काफी ज्यादा बढ़ गया है। क्योंकि लोग नौकरी या घरेलू कामों के साथ डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। लेकिन आज भी देखा जाता है कि लोगों के मन में डिस्टैंस एजुकेशन को लेकर काफी भ्रम है।
इसलिए यदि आप भी समझना चाहते हैं कि Distance Education Meaning In Hindi या डिस्टेंस एजुकेशन क्या होती है तो हमारे इस लेख को अंत तक पढि़ए। अपने इस लेख में हम आपको डिस्टैंस एजुकेशन के बारे में पूरी जानकारी देंगे।
Distance Education क्या होती है?
Distance Education Meaning In Hindi में आइए हम आपको सबसे पहले जानकारी दें कि डिस्टेंस एजुकेशन क्या होती है तो हम आपको बता दें कि यह एक इस तरह की पढ़ाई होती है जिसके अंदर आपको घर बैठकर पढ़ना होता है। बस केवल साल के अंत में पेपर देने जाना होता है। जिसके बाद आपकी पढ़ाई पूरी हो जाती है।
यदि हम डिस्टैंस एजुकेशन से पढ़ाई की बात करें तो आप इसकी मदद से 10 वीं, 12 वीं और ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) भी कर सकते हैं। इसके आगे की पढ़ाई आप डिस्टैंस से नहीं कर सकते हैं। साथ ही कुछ ऐसे भी कोर्स होते हैं जो कि आप डिस्टैंस से नहीं पढ़ सकते हैं। उनके लिए आपको रेगुलर मोड ही चुनना होगा।
डिस्टेंस एजुकेशन से किसे पढ़ना चाहिए?
यदि आप डिस्टैंस एजुकेशन (Distance Education) से पढ़ाई का सोच रहे हैं तो आइए अब हम आपको जानकारी दें कि सही मायने में डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से किसे पढ़ना चाहिए।
- यदि आप गृहणी (House Wife) हैं और रोज कॉलेज या स्कूल नहीं आ जा सकती हैं, तो आप डिस्टैंस का चुनाव कर सकती हैं।
- यदि आप कहीं पर नौकरी (Job) करते हैं तो डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से अपनी आगे की पढ़ााई को जारी रख सकते हैं।
- यदि आपके घर से कॉलेज बहुत दूर है तो आप घर बैठकर आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं। बस आपको केवल पेपर देने जाना होगा।
- यदि आपका बजट कम है तो आप कम खर्च में डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं।
- यदि आप एक साथ दो डिग्री करना चाहते हैं तो एक रेगुलर से और दूसरी डिस्टैंस से पूरी कर सकते हैं। अब इसे UGC की तरफ से मान्यता मिल गई है।
- यदि आपकी पढ़ाई की उम्र निकल चुकी है तो भी आप डिस्टैंस से पढ़ाई को जारी रखकर अपने पढ़ाई के जुनून को जारी रख सकते हैं।
Distance Education Meaning In Hindi
यदि ऊपर बताए गए किसी भी कारण में से आपका एक भी कारण हैं तो आपको डिस्टैंस से अवश्य पढ़ाई करनी चाहिए। ताकि आपकी पढ़ाई जारी रह सके।
- यहाँ से पढाई के साथ आप अपना दूसरा काम भी कर सकते हैं। क्योंकि इसमें आपको स्कूल-कॉलेज नहीं जाना होता है।
- डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से आपकी सारी पढ़ाई बेहद ही कम खर्च में पूरी हो जाती है।
- डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से आप एक साथ दो डिग्री पूरी कर सकते हैं। जबकि दूसरे कार्यक्रम में यह संभव नहीं है।
- डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से आप किसी भी उम्र में अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। क्योंकि यहां पढ़ने तो जाना नहीं होता है।
डिस्टेंस से कौन कौन से कोर्स कर सकते हैं?
आज के समय में आप ज्यादातर सभी कोर्स को डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से पूरा कर सकते हैं। आइए एक बार उन कोर्स पर नजर डाल लेते हैं जो कि आमतौर पर लोग डिस्टैंस से पढ़ते हैं।
- 10 वीं कक्षा।
- 12 वीं कक्षा।
- ग्रेजुएशन।
- पोस्ट ग्रेजुएशन।
- कई तरह के डिप्लोमा कोर्स।
डिस्टेंस एजुकेशन के प्रमुख संस्थान?
हमारे देश में आज के समय में काफी सारे संस्थान हैं जो कि डिस्टैंस से पढ़ाई करवाने का काम कर रहे हैं। आइए एक बार हम आपको देश के प्रमुख नामी संस्थानों के नाम बता दें। जो कि इस समय डिस्टैंस से पढ़ाई करवा रहे हैं।
- NIOS
- IGNOU
डिस्टैंस एजुकेशन में दाखिले कब शुरू होते हैं?
डिस्टैंस एजुकेशन (Distance Education) के अंदर भी आमतौर पर उसी तरह से दाखिले लिए जाते हैं जैसे स्कूल या कॉलेज में होते हैं। जैसे कि स्कूल के अंदर दाखिले हर साल मार्च-अप्रैल में होते हैं तो उसी तरह से डिस्टैंस एजुकेशन के अंदर भी हर स्कूल के दाखिलों के ठीक बाद फार्म भरे जाने शुरू हो जाते हैं।
इसी तरह से जो लोग डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से कॉलेज में पढ़ना चाहते हैं तो उनके लिए मई-जून के ठीक बाद डिस्टैंस एजुकेशन (Distance Education) के फार्म भरे जाने शुरू हो जाते हैं। जो कि ऑनलाइन माध्यम से भरे जाते हैं और फिर डाक के माध्यम से आपके घर पर किताबें भेज दी जाती हैं।
डिस्टैंस एजुकेशन से पढ़ने के लिए कितने नंबर चाहिए?
काफी सारे छात्र ऐसे होते हैं जो कि कॉलेज में कम नंबर होने की वजह से दाखिला नहीं ले पाते हैं। इसलिए उनके जहन में ये सवाल बना रहता है कि कहीं कम नंबर की वजह से उनका डिस्टैंस एजुकेशन में भी दाखिला ना हो। तो हम आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं है।
यदि आप डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से 10 वीं, 12 वीं या ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) करना चाहते हैं तो उसके लिए नंबर की कोई तय सीमा नहीं है। बस आप पिछली कक्षा में पास होने चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आप डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से बीए करना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आपके 12 वीं में 33 प्रतिशत (33 Percentage) नंबर अवश्य हों।
डिस्टेंस एजुकेशन की फीस?
यदि हम डिस्टैंस एजुकेशन की फीस की बात करें तो यहां पर रेगुलर कोर्स के मुकाबले काफी कम फीस लगती है। यानि यदि आप किसी भी तरह से 10 वीं की परीक्षा देते हैं तो आपकी पूरे साल की फीस 5 से 6 हजार रूपए होगी। जबकि इसी तरह से यदि आप 12 वीं करते हैं तो भी आपको 5 से 6 हजार रूपए देने होंगे।
जबकि यदि आप ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं तो आपको फीस के तौर पर 10 हजार रूपए के आसपास खर्च करने होंगे। जो कि रेगुलर से बहुत कम है। साथ ही यदि आप आरक्षित श्रेणी (Reserve Catogery) से हैं तो आपको कई तरह की छात्रवृति भी दी जाती है। जिससे आपकी फीस और ज्यादा कम हो जाती है।
क्या डिस्टेंस एजुकेशन की डिग्री हर जगह मान्य होती है?
हॉ, क्योंकि डिस्टैंस एजुकेशन भी सरकार की तरफ से मान्य है। इसलिए आगे चलकर चाहे आप किसी तरह की नौकरी करने जाते हैं या किसी सरकारी नौकरी में आवेदन करते हैं तो आपको किसी तरह की समस्या नहीं होगी। खास बात ये है कि चाहे आपने 10 वीं से लेकर अपनी पीजी (PG) तक की सारी डिग्री भी डिस्टैंस से पूरी की हुई हो तो भी आपको कहीं पर समस्या नहीं होगी।
लेकिन आमतौर पर देखा जाता है कि लोग डिस्टैंस से पढ़ाई तो पूरी कर लेते हें, लेकिन उनके पास ज्ञान नहीं होता है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आपके पास डिग्री के साथ ज्ञान भी हो। ताकि आपको किसी भी इंसान के आगे शर्मिदा ना होना पड़े।
डिस्टेंस एजुकेशन से किन्हें नहीं पढ़ना चाहिए?
हमारी इस पोस्ट डिस्टेंस एजुकेशन क्या होती है में आपने डिस्टैंस एजुकेशन के बारे में हर चीज जान ली। लेकिन ऐसा नहीं है कि हर किसी को डिस्टैंस एजुकेशन के ही पढ़ाई करनी चाहिए। क्योंकि इसके कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए साफ शब्दों में यदि बात करें तो हम आपको कह सकते हैं कि यदि आपके आप रेगुलर पढ़ाई का विकल्प मौजूद है तो कभी भी डिस्टैंस एजुकेशन के साथ ना जाएं। क्योंकि रेगुलर की पढ़ाई के आगे सब फेल है।
डिस्टैंस एजुकेशन से पढ़ने के कुछ नुकसान?
आइए एक नजर उन बिंदु पर भी नजर डाल लेते हैं कि यदि आप डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से पढ़ाई करते हैं तो उसके क्या नुकसान देखने को मिल सकते हैं।
- डिस्टैंस एजुकेशन की मदद से कभी आपको वो ज्ञान नहीं मिल पाता है जो कि आप स्कूल या कॉलेज जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
- डिस्टैंस एजुकेशन के छात्रों के आमतौर पर उस तरह के दोस्त नहीं मिल पाते हैं जिस तरह से रेगुलर के छात्रों के होते हैं।
- डिस्टैंस एजुकेशन में किसी भी खेल-कूद या छात्रों के बीच प्रतियोगिता नहीं करवाई जाती है। जिससे छात्र जीवन में कुछ कमी सी महसूस होती है।
- डिस्टैंस एजुकेशन में छात्रों के मन का विकास कभी उस तरह से नहीं हो पाता है जैसे स्कूल-कॉलेज जाने के दौरान होता है।
डिस्टैंस एजुकेशन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
- सभी तरह के डिस्टैंस एजुकेशन के फार्म ऑनलाइन भरे जाते हैं। जिसे आप साइबर कैफे (Cyber Cafe) से भरवा सकते हो।
- डिस्टैंस एजुकेशन के माध्यम से सारी किताबें (Books) आपको डाक से माध्यम से भेजी जाती हैं। इसलिए आप उन्हें खरीदें ना।
- डिस्टैंस एजुकेशन की मार्कशीट (Marksheet) आपको डाक के माध्यम से भेजी जाती है। इसलिए आप उसे कहीं भी लेने ना जाएं।
- कई डिस्टैंस एजुकेशन के संस्थान हर रविवार को क्लास (Sunday Class) भी लगाते हैं। आप चाहें तो उन क्लास में जाकर अपने सवाल पूछ सकते हैं।
- ज्यादातर डिस्टैंस एजुकेशन बोर्ड के हर जिले में एक रीजनल सेंटर होते हैं। आप वहां पर जाकर भी कोई जानकारी ले सकते हैं।
- यदि आप किसी विषय में फेल हो जाते हैं तो रेगुलर की तरह ही आपको यहां पर भी दोबारा से पेपर देने का मौका मिलता है, इसलिए घबराएं नहीं।
FAQ
डिस्टैंस एजुकेशन का क्या मतलब होता है?
डिस्टैंस एजुकेशन (Distance Education) का मतलब होता है कि आपको स्कूल या कॉलेज में नहीं जाना है। बस आपको जाकर केवल परीक्षा देनी होगी।
डिस्टैंस एजुकेशन से कौन से कोर्स कर सकते हैं?
डिस्टैंस एजुकेशन की मदद आप 10 वीं, 12 वीं और ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) कर सकते हैं। इन सभी के के लिए समय समय पर फार्म निकलते हैं।
डिस्टैंस एजुकेशन के फार्म कब निकलते हैं?
डिस्टैंस एजुकेशन के फार्म आमतौर पर साल में 1 बार जून-जुलाई के महीने में निकलते हैं। लेकिन कई बोर्ड साल में दो बार भी दाखिले लेते हैं।
डिस्टैंस एजुकेशन की फीस कितनी होती है?
डिस्टैंस एजुकेशन की फीस 8 से 10 हजार रूपए के बीच में मिल जाती है। जबकि यदि आप दसवीं-बारहवीं कर रहे हैं तो 6 से 8 हजार में ही काम चल जाता है।
डिस्टैंस की मार्कशीट हर जगह मान्य होती है?
हॉ, आज के समय में डिस्टैंस की गई पढ़ाई हर जगह मान्य होती है। फिर चाहे वह सरकारी नौकरी के लिए हो या प्राइवेट नौकरी के लिए।
डिस्टैंस की पढ़ाई की परीक्षा कहां पर होती है?
डिस्टैंस एजुकेशन में स्कूल की परीक्षा तो आपके गृह जिले (Home District) में ही आयोजित होती है। लेकिन यदि आप कॉलेज कर रहे हैं तो आपको संभव है कि जिले से बाहर जाकर भी परीक्षा देनी पड़े।
निष्कर्ष
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि Distance Education Meaning In Hindi और डिस्टेंस एजुकेशन क्या होती है। इसे जानने के बाद आप आसानी से तय कर सकते हैं कि आपको डिस्टैंस एजुकेशन के माध्यम से पढ़ाई करनी चाहिए या नहीं। बस ध्यान इस बात का रखिए कि डिस्टैंस से डिग्री तो बहुत सारे छात्र कर लेते हैं, लेकिन असल जिंदगी में वो पढ़ाई से दूर हो जाते हैं।