Student Ko Kitne Ghante Sona Chaiye: स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए यह सवाल हर उस छात्र के जहन में आता है जो कि जरूरत से ज्यादा सोता है या उसे हमेशा नींद आती रहती है। ऐसे में इस बात को समझना बेहद जरूरी है कि स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए।
इसलिए यदि आप जानना चाहते हैं कि स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए तो हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें। अपने इस लेख में हम आपको सही नींद के घंटे भी बताएंगे, साथ ही यदि आपको पढ़ते समय नींद आती है तो उसका समाधान भी बताएंगे।
नींद और आराम में अंतर?
काफी सारे छात्र जब पढ़ते-पढ़ते सो जाते हैं तो उन्हें आराम करने का मन करता है। लेकिन उन्हें समझ नहीं आता है कि नींद और आराम में क्या अंतर होता है। तो हम आपको बता दें कि नींद उसे कहा जाता है जब आप कई घंटे सोते हैं।
लेकिन आराम उसे कहा जाता है जब आप केवल आधे घंटे के लिए आराम करते हैं। उसी दौरान आप सो भी लेते हैं और रेस्ट भी पूरा कर लेते हैं। जिससे आपके शरीर को काफी आराम मिलता है। इस तरह से आप नींद और आराम में अंतर समझ सकते हैं।
स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए?
आइए अब हम आपको जानकारी देते हैं कि स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए। इसमें हम आपको स्कूल, कॉलेज और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को ध्याान में रखकर अलग अलग जानकारी देंगे। इसलिए आप जिस वर्ग के छात्र हैं उसी हिसाब से नींद लें।
Self Study करने वाले छात्र
यदि आप घर बैठकर या किसी आसपास की लाइब्रेरी में जाकर पढाई करते हैं तो आपके जहन में भी ये सवाल अवश्य आ रहा होगा कि आखिर आपको दिन में कितने घंटे सोना चाहिए। तो हम आपको बता दें कि यदि आप केवल सेल्फ स्टडी (Self Study) करते हैं तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना ज्यादा पढ़ाई करते हैं।
इसलिए यदि आप ज्यादा पढ़ाई करते हैं तो आपके दिमाग में तनाव हो सकता है। इसलिए आप रोजाना रात को 10 बजे सो जाएं तो सुबह 4 बजे तक की गहरी नींद लें। इससे आपकी नींद भी पूरी हो जाएगी और आपके दिमाग का तनाव भी दूर हो जाएगा।
स्कूल जाने वाले छात्र
यदि आप स्कूल में 8 वीं से 12 वीं कक्षा के छात्र हैं तो आपको भी पूरी नींद अवश्य लेनी चाहिए। क्योंकि यदि आप पूरी नींद नहीं लेंगे तो आपके शरीर में थकावट महसूस होगी। क्योंकि आप दिन में कई घंटे तो स्कूल में बिताते हैं।
इसलिए आपको चाहिए कि आप रात को 10 बजे सो जाएं और सुबह 6 बजे तक आराम से सोते रहें। क्योंकि यह आपके स्कूल की उम्र है इसलिए आप कभी इस उम्र में सोने जागने का तनाव ना लें। बस जी भरकर पढ़ाई करें और पूरी नींद लें। जिससे आपका दिमाग शांत रहे।
कॉलेज जाने वाले छात्र
यदि आप कॉलेज जाने वाले छात्र हैं तो आपको थोड़ा सा सर्तक होने की जरूरत है। क्योंकि कॉलेज की उम्र एक ऐसी उम्र होती है जब हम कई बार दोस्तों के बातचीत में रात रात भर जागते रहते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है।
इसलिए आपको हमेशा अपनी पढ़ाई और नींद का सही तालमेल बनाकर रखना है। ऐसे में आपको चाहिए कि आप परीक्षा के समय कम नींद लें। लेकिन परीक्षा के बाद आप रोजाना 5 से 6 घंटे की पूरी नींद लें। जिससे आपके शरीर को पूरी तरह से आराम मिल सके।
मेडिकल स्टूडेंट को
आमतौर पर माना जाता है कि जो छात्र मेडिकल की पढ़ाई करते हैं वो काफी मेहनत करते हैं। इसलिए यदि आप भी स्कूल या कॉलेज के स्तर पर मेडिकल से जुड़ी कोई पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको अपनी नींद पर कम ध्यान देकर पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
इसलिए हम आपसे कहना चाहेंगे कि आप यदि नींद पूरी लेते हैं तो आपका ध्यान पढ़ाई पर भी अच्छे से लगेगा, साथ ही नींद पूरी लेने के बाद आपके शरीर में किसी भी तरह का तनाव भी नहीं रहेगा। जो कि आज के युवाओं की सबसे बड़ी समस्या है।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र को
यदि आप देश में आयोजित होने वाली किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी से जुड़ छात्र हैं तो आपको चाहिए कि आप अपनी पढ़ाई और नींद का सही तालमेल बनाकर चलें। क्योंकि हमारे देश में ना तो नौकरियां बार बार निकलती हैं, ना ही परीक्षा बार-बार होती है।
इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि यदि आप पढ़ाई में कमजोर हैं तो कुछ महीने कम नींद लेकर भी अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें। जिससे आपको ये भरोसा हो जाए कि यदि आगे नौकरी लग जाती है तो आपको सोने के लिए समय ही समय है।
परीक्षा नजदीक आने पर कितने घंटे सोना चाहिए?
यदि आप स्कूल या कॉलज के छात्र हैं और आपकी परीक्षा नजदीक आ गई है तो आपको अपनी नींद के कुछ घंटे कम कर देने चाहिए। क्योंकि यदि आप नींद कम भी लेंगे तो उसे परीक्षा के बाद पूरी कर सकते हैं। लेकिन यदि परीक्षा में फेल हो गए तो उसे पूरा करना काफी कठिन हो जाता है। इसलिए यदि पढ़ाई और नींद में से किसी एक को चुनना हो तो आपको हमेशा पढ़ाई के साथ जाना चाहिए।
सामान्य छात्र को कितने घंटे सोना चाहिए?
यदि आप एक सामान्य छात्र हैं और हाल फिलहाल में आपकी कोई परीक्षा नहीं आने वाली है तो आपको नींद की चिंता नहीं करनी चाहिए। यदि सर्दी का मौसम है तो आप भरपूर नींद लें। लेकिन यदि गर्मी का मौसम है तो आपको चाहिए कि आप सुबह उठें और सैर आदि करने जाएं।
गर्मी के मौसम में यदि आप चाहें तो दोपहर के समय अपनी नींद पूरी कर सकते हैं। जो कि एक सही तरीका है। लेकिन हमारा कहने का मतलब ये है कि आपको नींद की चिंता केवल तभी करनी चाहिए जब आपकी परीक्षा सिर पर आ गई हो। लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि आप रोजाना दिन रात साएं।
समय से उठने के कुछ आसान तरीके
काफी सारे छात्रों को ये समस्या रहती है कि वो समय से उठ नहीं पाते हैं। यदि आपकी भी यही समस्या है तो आपको हम नीचे कुछ बिंदु बताने जा रहे हैं। आप उन्हें ध्यान से पढ़ें।
- सही समय से उठने के लिए आपको चाहिए कि आप हमेशा सही समय से सो जाएं।
- यदि आप तय समय से नहीं उठ पाते हैं तो रात को सोते समय अपने फोन में अलार्म लगाकर सोएं।
- सर्दी के मौसम में अपने बिस्तर को हल्का रखें। अन्यथा ठंड में उठने का मन नहीं करता है।
- संभव हो तो सुबह उठकर सैर करने की आदत बनाएं। इससे आपकी नींद समय से खुल जाएगी।
- दिनभर का अपने लिए एक सही टाइम-टेबल (Time Table) बनाएं। जिससे आपके अंदर सुबह उठने का जुनून हो।
- रात को सोते समय खुद से ये संकल्प लेकर सोएं कि आपको सुबह जल्दी उठना है।
- रात को सोते समय फोन का प्रयोग ना करें। इससे सुबह नींद खुलने में समस्या होती है।
FAQ
एक छात्र को कितने घंटे सोना चाहिए?
एक छात्र को आमतौर पर 6 घंटे रोजाना सोना चाहिए। जिससे उसकी नींद पूरी हो सके।
पूरी नींद ना लेने से क्या होता है?
पूरी नींद ना लेने से आपके सिर में दर्द और दिमाग में तनाव रहने की समस्या रह सकती है।
एग्जाम टाइम में कितने घंटे सोना चाहिए?
एग्जाम टाइम के अंदर आपको कम से कम रोजाना 4 घंटे अवश्य सोना चाहिए। जिससे आपकी नींद पूरी हो सके।
निष्कर्ष
आशा है कि अब आप समझ गए होंगे कि स्टूडेंट को कितने घंटे सोना चाहिए। अब आप चाहे स्कूल के छात्र हों या कॉलेज के छात्र हों आप हमेशा तय समय तक ही सोएं। क्योंकि नींद कम लेना भी आपकी सेहत के लिए सही नहीं है, साथ ही नींद ज्यादा लेना भी सही नहीं है। इसलिए आप हमेशा सही नींद लें और अपनी सेहत का भी पूरा ध्यान रखें।